पर्यटन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), संस्कृति (स्वतंत्र प्रभार) एवं नागरिक उड्डयन मंत्री डॉ. महेश शर्मा ने सिक्किम के मुख्यमंत्री श्री पवन चामलिंग के साथ आज सिक्किम के गंगटोक में चौथे अतंर्राष्ट्रीय पर्यटन हाट (आईटीएम) का उद्घाटन किया। आईटीएम का आयोजन केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय द्वारा पूर्वोत्तर राज्यों एवं पश्चिम बंगाल राज्य के साथ मिलकर किया गया है।
हाट का उद्घाटन करते हुए केंद्रीय पर्यटन मंत्री डॉ. महेश शर्मा ने कहा कि आईटीएम पूर्वोत्तर राज्यों के समृद्ध एवं अब तक दोहन से वंचित पर्यटन क्षमता को प्रदर्शित करता है। डॉ. शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की पूर्वोत्तर राज्यों को विकसित करने की एक महान दृष्टि है। देश के इस हिस्से में पर्यटन की बेहद उच्च क्षमता है। उन्होंने कहा कि पर्यटन मंत्रालय का एक मुख्य फोकस क्षेत्र इन राज्यों में पर्यटन को बढ़ावा देना है। डॉ. महेश शर्मा ने कहा कि संपर्क को बेहतर बनाना पूर्वोत्तर राज्यों में पर्यटन को बेहतर बनाने की कुंजी है। उन्होंने जानकारी दी कि दिसंबर, 2016 तक सिक्किम के पास पाकयोंग में इसका अपना हवाई अड्डा होगा जिसकी दूरी गंगटोक से 35 किलोमीटर होगी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार पूर्वोत्तर राज्यों के लिए राष्ट्रीय राजमार्गों के जरिए आम जनता के लिए बेहतर सड़क संपर्क का सृजन करेगी। उन्होंने भरोसा दिलाया कि वे संबंधित मंत्रालय के साथ सड़क संपर्क के मुद्दे पर बातचीत करेंगे।
डॉ. महेश शर्मा ने इस तथ्य की सराहना की कि सिक्किम देश का पहला शत प्रतिशत ऑर्गेनिक राज्य बनने जा रहा है। उन्होंने बताया कि जनवरी, 2016 में राज्य की अपनी अगली यात्रा के दौरान वह सिक्किम को एक पूर्ण ऑर्गेनिक राज्य घोषित करेंगे। डॉ. महेश शर्मा ने सिक्किम सरकार की स्वच्छता और ‘धूम्रपान निषेध अभियान’ की प्रशंसा की और कहा कि राज्य में एक आदर्श पर्यटक राज्य बनने की पूरी क्षमता है।
डॉ. महेश शर्मा ने देश के लिए पर्यटन के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि पर्यटन देश के विकास एवं प्रगति के लिए एक आर्थिक वाहक है। अगर हम विश्व के अंतर्राष्ट्रीय पर्यटक आवक का एक प्रतिशत हिस्सा अर्जित कर सकें तो पर्यटन देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 8 से 9 प्रतिशत तक का योगदान दे सकता है। वर्तमान में अंतर्राष्ट्रीय पर्यटक आवकों में भारत की हिस्सेदारी 0.68 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि पर्यटन रोजगार सृजन और महिला अधिकारिता में मददगार साबित हो सकता है। डॉ. महेश शर्मा ने यह भी कहा कि ई-वीजा की सुविधा को 113 देशों तक विस्तारित कर दिया गया है और सरकार अगले वर्ष मार्च तक इसे 150 देशों तक विस्तारित कर देगी।
श्री पवन चामलिंग ने मुख्य भाषण देते हुए सिक्किम सरकार द्वारा राज्य को क्षेत्र में सर्वाधिक पसंदीदा पर्यटन गंतव्य बनाने के लिए उठाए गए कदमों को रेखांकित किया। श्री चामलिंग ने कहा कि हमने दुनिया भर के सामने सिक्किम की सांस्कृतिक और प्राकृतिक विरासत को प्रदर्शित करने और उसे साझा करने के उद्देश्य से पर्यटन को विकसित करने के लिए एक व्यापक कार्य योजना का निर्माण किया है। सिक्किम में ग्रामीण पर्यटन एवं घरों में रहने की बेशुमार क्षमता है, क्योंकि गांव अच्छी तरह विकसित हैं और अच्छी सड़कों से जुड़े हैं। उन्होंने बताया कि इस कार्य के लिए एक ग्रामीण विकास कार्य योजना तैयार की गई है।
पर्यटन सचिव श्री विनोद जुत्शी ने कहा कि सरकार पर्यटन, शिक्षा, स्वास्थ्य, परिवहन नेटवर्क, दूरसंचार, सूचना प्रौद्योगिकी, बिजली ग्रिड, निवेश के प्रवाह और व्यापार जैसे सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए पूर्वोत्तर क्षेत्र का विकास कर रही है। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त, सरकार हर संभव कदम उठा रही है, जिससे कि इस क्षेत्र की आर्थिक और व्यावसायिक क्षमता का भरपूर दोहन किया जा सके तथा इस क्षेत्र के लोगों के जीवन स्तर को ऊपर उठाया जा सके।
यह चौथा पर्यटन हाट 2015 तीन दिनों तक चलेगा और इसमें 23 देशों के टूर ऑपरेटर तथा मीडिया से जुड़े व्यक्तियों समेत 52 देशों के अंतर्राष्ट्रीय शिष्टमंडलों का प्रतिनिधित्व होगा। ये शिष्टमंडल ऑस्टेलिया, बांग्लादेश, भूटान, ब्रूनेई, कंबोडिया, फ्रांस, जर्मनी, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मलेशिया, नेपाल, न्यूजीलैंड, नॉर्वे, रूस, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया, स्पेन, स्वीट्जरलैंड, थाईलैंड, ब्रिटेन, अमेरिका और वियतनाम के हैं। इस पर्यटन हाट में देश के विभिन्न क्षेत्रों के घरेलू खरीदार (टूर ऑपरेटर) के अतिरिक्त पूर्वोत्तर के 8 राज्यों तथा पश्चिम बंगाल के 71 टूर ऑपरेटरों की भागीदारी भी होगी।
पूर्वोत्तर के 8 राज्यों और पश्चिम बंगाल के राज्य पर्यटन विभागों ने हाट स्थल पर रंगारंग प्रदर्शनियां लगाई हैं, जिसका उद्घाटन इससे पूर्व केंद्रीय पर्यटन मंत्री और सिक्किम के मुख्य मंत्री द्वारा किया गया। ये राज्य अपने समृद्ध एवं विविध सांस्कृतिक तथा विशिष्ट भोजन पद्धतियों को भी रेखांकित कर रहे हैं।
Source – PIB