बलिया (ब्यूरो)- भिण्डा भॉट पाररानी जनपद देवरिया निवासी 83 वर्षीय कुबेर नाथ विचित्र का लम्बी विमारी के बाद निधन का समाचार सुनकर जनपद के कवि, साहित्यकारों में शोक की लहर दौड़ गई। इसी क्रम में अखिल भारतीय विकास संस्कृति साहित्य परिषद शाखा बलिया के आनन्दनगर कार्यालय पर एक शोक सभा आयोजित हुई। अध्यक्षता करते हुये सुदेश्वर अनाम ने उनको भोजपुरी का सुप्रसि( हास्य कवि बताया। फतेहचन्द बेचैन ने कहा कि कुबेर नाथ विचित्र जी सरल स्वभाव में मृदुभाष कवि थे, नवचन्द्र तिवारी ने कहा कि विचित्र जी का बच्चों से काफी लगाव था उनकी हास्य कविता सुनकर बच्चे लोट पोट हो जाया करते थे। डॉ0 आदित्य कुमार अंशु ने कहा कि हास्य कवि के रूप में हुई रिक्तता की भरपाई निकट भविष्य में संभव नहीं है।
इस अवसर पर डॉ0 जितेन्द्र स्वाध्यायी, नंद जी नंद, हफीज मस्तान, अशहर खुर्शीद, डॉ0 आदित्य कुमार अंशु, अब्दुल कैश तारविद, राधिका तिवारी, डॉ0 सुनील कुमार ओझा, डॉ0 दिनेश ठाकुर, गोवर्धन भोजपुरी रमाशंकर वर्मा मनहर, रमेश मिश्र हंसमुख, सूरज समदर्शी, अमावस यादव, बेताब, डॉ0 संतोष प्रसाद गुप्ता, अशोक मंचन जमालपुरी आदि उपस्थित कवि, साहित्यकारों ने दिवंगत आत्मा की शान्ति के लिये दो मिनट का मौन रखा अध्यक्षता सुदेश्वर अनाम तथा संचालन डॉ0 फतेहचन्द बेचैन ने किया।