मुरलीछपरा/बलिया : प्राथमिक शिक्षा को सुधारने के लिए शासन स्तर से पुरजोर कोशिश की जा रही है। फिर भी शिक्षा में गुणवत्ता सुधार नहीं हो रहा है, जिसके कारण दिन प्रतिदिन शिक्षा का स्तर गिरता जा रहा है। अच्छी शिक्षा के लिए प्रत्येक खंड शिक्षा के तहत अंग्रेजी माध्यम से विद्यालयों का चयनित किया गया किंतु किस तरह से शिक्षा में सुधार हो, यह न तो अभिभावकों के सझ में आता है और न ही अध्यापकों के समझ में। रिपोर्ट विद्या भूषण चौबे।
आलम यह है कि शिक्षा सत्र समाप्त होने वाला है किंतु अभी भी अधिकांश विद्यालयों के पाठ्य पुस्तकें वितरित नहीं की गई। वही हाल अंग्रेजी माध्यम के विद्यालयों का है। शिक्षा क्षेत्र मुरली छपरा के तहत अंग्रेजी माध्यम के पांच विद्यालयों का चयन किया गया है, उन विद्यालयों में भी पुस्तकें उपलब्ध नहीं कराई गई है, और न ही कोई अलग से अध्यापकों की तैनाती की गई है। ऐसी स्थिति में किस तरह से बच्चों को शिक्षा उपलब्ध कराया जाता होगा, यह सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। इस संबंध में कुछ अध्यापकों ने बताया कि आखिर हम लोग क्या कर सकते हैं। जब समय से पुस्तक आदि उपलब्ध नहीं कराई जाती है।
रिपोर्ट – विद्या भूषण चौबे