बलिया (ब्यूरो)- ददरी मेला के नन्दी ग्राम में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा आयोजित विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर का उदघाटन जिला जज प्रमोद कुमार पंचम ने फीता काटकर किया। शिविर में विभिन्न न्यायालयों के न्यायाधीश उपस्थित रहे और सभी ने सुलह-समझौते के आधार पर मुकदमों के निस्तारण और परिवार टूटने से बचाने सभी प्रयास किये जाने पर जोर दिया ।
जिला जज प्रमोद कुमार ने कहा कि न्यायालयों पर मुकदमों का बोझ है । वादों को कम करने के लिये जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मामलों को सुलह समझौते के आधार पर वादों का निस्तारण करते है। गरीब व्यक्तियों और जेल में बन्द व्यक्तियों जिनके पास वकील नही है उनकों निःशुल्क वकील मुहैया कराती है।
कागजात और वकील की फीस प्राधिकरण वहन करती है। फेमिली कोर्ट में परिवार के जो मामले आते है उन सब में प्रयास रहता है कि परिवार टूटने से बचाया जा सके । इसके लिये जितना चांस देना पड़े दिया जाता है। ददरी मेले में कैम्प लगाने का मकसद यही है कि मेले में दूर-दूर के गावों के ग्रामीण आते है उन सब तक कानून की जानकारियां पहुंच सके और वे इसका लाभ उठा सके ।
परिवार न्यायालय के आलोक प्रसाद ने कहा कि न्यायालयों पर बोझ कम करने के लिये 1984 में परिवार न्यायालय का अग्न किया गया । परिवार टूटने की गति बढ़ी है। परिवार टूटने से परिवार के साथ-साथ बच्चों का सर्वांगीण विकास रूक जाता है। गांव के बड़े बुजुर्ग व सम्भ्रान्त व्यक्ति परिवार के टूटने के मामले को बातचीत से गांव में ही निपटा सकते है। परिवार न्यायालय में परिवार टूटने से बचने को वरीयता दिया जाता है। मजबूरी में छः माह के इंतजार के बाद विघटन की कार्य किया जाता है।
श्री प्रसाद ने कहा कि विधवा बहु भी ससुर से भरण पोषण पाने की हकदार है। प्राधिकरण की सचिव पूनम कर्णवाल ने कहा कि विधिक जानकारियां देने के लिये वेरा लिगल वालन्टियरों को लगाया गया है कि वे गांवों में जानकार गरीबों को विधिक जानकारियां दे। गरीबों को सरकारी खर्चे पर वकील की सुविधा भी है। लाभ पाने के लिये सभी तहसील स्तर व जिला स्तर पर प्राधिकरण है। कही भी एक सादे कागज पर आवेदन दिया जा सकता है। प्रयास है कि ददरी मेला में विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर के माध्यम से सभी तक कानून की जानकारियां पहुच सके।
शिविर को अपर न्यायाधीश विनोद कुमार सिंह, सिविल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष देवेन्द्र दुबे, नगर पालिका अध्यक्ष अजय कुमार ने सम्बोधित किया। एसीजेएम मनोरमा देवी, वीके लाल, चन्द्रभानु सिंह अपर जनपद न्यायाधीश, अमित मालवीय अपर जिला जज द्वितीय, सीजेएम मु0 आजाद, सिविल जज सी0डी0 राकेश कुमार, सी0डी0 फास्ट ट्रैक कोर्ट यशपाल सिंह, अनुज ठाकुर सी0डी0 आदि उपस्थित रहे । संचालन एडवोकेट राजाराम पाण्डेय ने किया ।
रिपोर्ट- अजित ओझा